राज्य मानव संसाधन विकास प्रकोष्ठ
राजीव गाँधी राष्ट्रीय पेयजल मिशन, भारत सरकार के दिशा-निर्देश पर राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास कार्यक्रमों के आयोजन हेतु विभागीय आदेश संख्या 116/प्रा-1/एच0आर0डी0 सेल/9, दिनांक 13.05.96 के क्रम में शासनादेश संख्या 1575/38-5-99-657/97, दिनांक अप्रैल 26, 1999 द्वारा गठित मानव संसाधन विकास प्रकोष्ठ, ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत पेयजल, स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण जागरूकता एवं सामुदायिक सहभागिता आदि के क्षेत्र में चल रहे समस्त मानव संसाधन विकास कार्यक्रम के समन्वयक/नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करने हेतु एक अधिकृत प्रकोष्ठ है, जिसमें कार्यरत प्रायः सभी अधिकारी/कर्मचारी विस्तृत अनुभव प्राप्त पर्यावरण अभियन्ता एवं सामुदायिक सहभागिता विशेषज्ञ है। प्रकोष्ठ द्वारा वर्ष 1996 से वर्ष 2008 के मध्य राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदेश के 68 जनपदों में 60,000 से अधिक प्रदेश के ग्रामीण उद्यमियों को न केवल हैण्डपम्प मैकेनिक, राजगीर, स्वास्थ्य एवं सामुदायिक सहभागिता प्रेरकों को प्रशिक्षित कर ग्रामीण पंचायतों को क्षमता विकास किया गया, अपितु प्रदेश के 35,000 से अधिक ग्रामों में जन-जागरूकता/आई0ई0सी0 कार्यक्रमों के साथ-साथ 275 विकास खण्डों में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य विषय पर कार्यशालाओं का आयोजन कराकर 16,000 ग्रामों में ग्राम स्तरीय जल एवं स्वच्छता समितियों (वी0डब्लू0एस0सी0) का गठन भी कराया गया। सेक्टर प्रोफेशनल एवं ग्राम्य स्तरीय कार्यक्रमों के अतिरिक्त निम्न प्रशिक्षण कार्य कराये गये:-
वर्ष 2009-10, 2010-11 तथा 2011-12 में आयोजित ग्राम स्तरीय कार्यक्रम व सेक्टर पेशेवरों के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम
- नव नियुक्त 28 सहायक अभियन्ताओं हेतु परिचय पाठ्यक्रम
- नव नियुक्त लेखाकारों हेतु परिचय पाठ्यक्रम
- आधारिक व एडवांस कंप्यूटर प्रशिक्षण
- विद्युत/यांत्रिक कनिष्ठ अभियन्ताओं हेतु तकनीकी प्रशिक्षण
- “नदी जल संस्था” हेतु राज्य स्तरीय सेमिनार
- यनिसेफ द्वारा समर्थित फ़्लोरोसिस नियंत्रण तथा सी डी डी वाटसन कार्यक्रम
- फ़ोर्स लिफ्ट हैंड पंप के अनुरक्षण पर दो दिवसीय कार्यशाला व प्रशिक्षण
वर्ष 2012-13 तथा 2018-19 के मध्य आयोजित “प्रशिक्षण आवश्यकता आंकलन” अथवा (टी॰एन॰ ए॰) पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम
- उत्तर प्रदेश जल निगम के विभिन्न क्षेत्रों के 92 बैचों के कनिष्ठ अभियन्ताओं, सहायक अभियन्ताओं तथा उच्चाधिकारियों व गैर-तकनीकी स्टाफ को टी॰ एन॰ ए॰ कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया गया
- सेक्टर पेशेवर हेड के अंतर्गत कनिष्ठ अभियन्ताओं/सहायक अभियन्ताओं/अधिशासी अभियन्ताओं को मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद में निम्नलिखित प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान किया गया :-
- जलापूर्ति प्रबंधन हेतु जलाशय की हाइड्रोलिक व संरचनात्मक डिजाइन तथा जल बचाए रखने वाली संरचनाएँ
- जलापूर्ति क्षेत्र में निर्माण प्रबंधन
- निष्प्रयोज्य जल की निरंतरता का प्रबंधन तथा ग्रामीण क्षेत्रों हेतु स्वच्छता, अध्ययन, समस्याएँ व चुनौतियाँ
- क्षमता वर्धन कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश जल निगम के नवनियुक्त सहायक अभियन्ताओं के 3 बैच
- उत्तर प्रदेश जल निगम के अधिकारियों तथा स्टाफ हेतु क्षमता वर्धन कार्यक्रम के अन्तर्गत ई-टेंडरिंग के समुचित कार्यान्वयन हेतु 7 बैचों को प्रशिक्षण
- क्षमता वर्धन कार्यक्रम के अधीन कनिष्ठ अभियन्ताओं के 12 बैच तथा सहायक अभियन्ताओं के 3 बैच (वर्ष 23017 के नवनियुक्त अभियन्ता)
- क्षमता वर्धन कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश जल निगम में जी॰एस॰टी॰ के यथोचित कार्यान्वयन हेतु 6 बैचों को प्रशिक्षण
वर्ष 2019-20 के दौरान किया गया कार्य
- क्षमता वर्धन कार्यक्रमों के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश जल निगम की अमृत योजना में कार्यरत कनिष्ठ अभियन्ताओं/सहायक अभियन्ताओं हेतु (तकनीकी/लेखा) प्रशिक्षण कार्यक्रम
- उत्तर प्रदेश जल निगम के 2013 व 2015 बैच के सहायक अभियन्ताओं को 3 दिवसीय लेखा प्रशिक्षण
- उत्तर प्रदेश जल निगम के अधिकारियों व स्टाफ को कार्य क्षमता वृद्धि “तनाव प्रबंधन’ तथा व्यक्तित्व विकास हेतु अर्ध दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
- उत्तर प्रदेश जल निगम के सहायक अभियन्ताओं/अधिशासी अभियन्ताओं को बेंटले वाटर जैम सॉफ्टवेयर पर जलापूर्ति वितरण नेटवर्क डिज़ाइन का प्रशिक्षण
वर्ष 2020-21 हेतु प्रस्तावित कार्य
- उत्तर प्रदेश जल निगम के कनिष्ठ अभियन्ताओं (सिविल), सहायक अभियन्ताओं (सिविल) तथा अधिशासी अभियन्ताओं (सिविल) हेतु कार्य योजना 8 विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण
- कनिष्ठ अभियन्ताओं (वि॰/याँ॰) को कार्य योजना हेतु 5 विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण
- उत्तर प्रदेश जल निगम के सहायक अभियन्ताओं/अधिशासी अभियन्ताओं को लेखा तथा ई-टेंडरिंग पर 3 दिवसीय तथा 2 दिवसीय प्रशिक्षण
- उत्तर प्रदेश जल निगम के प्रोन्नत लेखाकारों व सीधी भर्ती वाले लेखाकारों हेतु 3 दिवसीय लेखा प्रशिक्षण कार्यक्रम
- उत्तर प्रदेश जल निगम के लिपिकों व लेखाकारों को 4 दिवसीय कंप्यूटर प्रशिक्षण
- उत्तर प्रदेश जल निगम के सहायक अभियन्ताओं/अधिशासी अभियन्ताओं को मलजल उपचार (एम बी बी आर, एम बी आर, एस बी आर प्रक्रिया) पर नवीनतम तकनीक पर आधारित 5 दिवसीय प्रशिक्षण
- उत्तर प्रदेश जल निगम के सभी अधिकारियों व स्टाफ हेतु प्रेरणा, संचार, व्यक्तित्व विकास तथा तनाव प्रबंधन पर 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
- कोविड-19 के चलते ऑनलाइन प्रशिक्षण की कार्ययोजना निर्धारण के दौर में है